रिश्तों से जुड़े रोचक तथ्य: प्यार और संबंधों के अनोखे पहलू
रिश्ते हमारे जीवन के सबसे मूल्यवान तत्वों में से एक हैं। हमारे सामाजिक, भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य में इनका अत्यधिक महत्व है। वैज्ञानिक शोध और प्राचीन ज्ञान दोनों ही हमें बताते हैं कि मजबूत रिश्ते हमारे जीवन को सार्थक और संतुष्टिदायक बनाते हैं। इस ब्लॉग में हम रिश्तों से जुड़े ऐसे अनोखे और रोचक तथ्यों का पता लगाएंगे जो आपके रिश्तों को समझने और उन्हें मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। हम चाणक्य के प्राचीन ज्ञान से लेकर आधुनिक विज्ञान तक की यात्रा करेंगे और जानेंगे कि कैसे प्यार हमारे शरीर, मन और आत्मा को प्रभावित करता है।
रिश्तों की मनोवैज्ञानिक गहराई
प्यार का विज्ञान
क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम किसी से प्यार करते हैं तो हमारे शरीर में क्या होता है? प्यार सिर्फ एक भावना नहीं है; यह हमारे मस्तिष्क में होने वाली जैव-रासायनिक प्रतिक्रियाओं का एक जटिल नेटवर्क है। जब हम किसी के प्रति आकर्षित होते हैं, तो हमारा मस्तिष्क डोपामाइन, ऑक्सीटोसिन और सेरोटोनिन जैसे रसायनों को छोड़ता है, जिससे हमें प्रसन्नता और संतुष्टि का अनुभव होता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि प्यार भी किसी नशे से कम नहीं है। वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि प्यार इंसान के दिमाग में एक ऐसी जगह बना लेता है जहां उसे परमसुख की अनुभूति होती है, जो बिल्कुल उसी तरह की फीलिंग होती है जैसी नशा करने के बाद महसूस होती है[2]। यह सुखद अनुभूति हमें प्रेमी के साथ अधिक समय बिताने के लिए प्रेरित करती है, जिससे हमारा बंधन और मजबूत होता है।
प्यार के तीन प्रमुख चरण होते हैं: आकर्षण, प्रेम, और लगाव। प्रारंभिक आकर्षण में, हमारा शरीर एड्रेनालिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन्स से भर जाता है, जिससे हमारा दिल तेजी से धड़कने लगता है और हमारा ध्यान अपने प्रिय पर केंद्रित हो जाता है। प्रेम के चरण में, ऑक्सीटोसिन और वासोप्रेसिन हमें अपने साथी के साथ एक गहरा बंधन बनाने में मदद करते हैं। अंतिम चरण लगाव का है, जहां सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन दीर्घकालिक साझेदारी को बढ़ावा देते हैं।
पहली नज़र का प्यार
"पहली नज़र का प्यार" केवल एक काल्पनिक अवधारणा नहीं है; इसमें कुछ वैज्ञानिक सत्य है। शोध बताते हैं कि किसी शख्स को पसंद करने में हमें सिर्फ कुछ मिनटों का समय लगता है। कुछ मिनट के अंतराल में ही हम यह तय कर लेते हैं कि वह शख्स अच्छा है या नहीं[2]। हमारा मस्तिष्क अविश्वसनीय रूप से तेज़ है और पहले मिलन के दौरान ही दूसरे व्यक्ति के बारे में सैकड़ों निर्णय ले लेता है।
यह प्रक्रिया हमारे आदिम मस्तिष्क से जुड़ी है, जो तेज़ी से खतरों और अवसरों का आकलन करने के लिए विकसित हुआ था। जब हम किसी नए व्यक्ति से मिलते हैं, तो हमारा मस्तिष्क उनके चेहरे के भाव, शारीरिक भाषा, आवाज़ के स्वर, और यहां तक कि उनकी गंध का भी विश्लेषण करता है। ये सभी जानकारियां मिलकर हमारे अंदर एक तात्कालिक प्रतिक्रिया उत्पन्न करती हैं, जिसे हम अक्सर "अंतर्ज्ञान" या "पहली नज़र का प्यार" कहते हैं।
भारतीय संस्कृति में, "पहली नज़र का प्यार" को "प्रथम दृष्टि का प्रेम" कहा जाता है और इसे कई प्राचीन ग्रंथों में चित्रित किया गया है। हमारी लोककथाओं और महाकाव्यों में प्रेम की शुरुआत अक्सर पहली मुलाकात में ही होती है, जो इस अवधारणा की सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाता है।
प्राचीन ज्ञान और रिश्ते
चाणक्य के अनुसार मजबूत रिश्तों के राज़
चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है, एक महान शिक्षाविद, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने न केवल राष्ट्र के प्रबंधन पर बल्कि व्यक्तिगत संबंधों पर भी गहन विचार प्रस्तुत किए। चाणक्य के अनुसार, अच्छे रिश्ते मुसीबत में व्यक्ति का साथ देते हैं और उसकी समस्या को हल करने की कोशिश करते हैं[1]।
चाणक्य ने बताया कि कोई व्यक्ति अपने जीवन में रिश्ते कैसे मजबूत बना सकता है और उसके भीतर कौन-से गुण होने चाहिए। उनके अनुसार, रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए चार मुख्य तत्व आवश्यक हैं:
रिश्ते में प्यार और विश्वास: किसी भी व्यक्ति के लिए हर किसी को खुश रखना आसान नहीं होता है। इसका अर्थ यह नहीं है कि छल और कपट का सहारा लेकर रिश्ते को मजबूत बनाया जाए। ऐसा करने से रिश्ते की नींव कमजोर होती है। इसलिए किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्यार और विश्वास जरूरी है[1]। जब हम किसी पर विश्वास करते हैं, तो हम उन्हें यह बताते हैं कि वे हमारे लिए मूल्यवान हैं और हम उनके साथ अपनी कमजोरियां साझा कर सकते हैं।
मधुरता बनाएं रखें: चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति की वाणी मधुर होनी चाहिए। व्यक्ति के दिल में प्रेम का भाव होना चाहिए। मधुर वाणी वाले व्यक्ति हर किसी के प्रिय होते हैं। इसलिए रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए वाणी मधुर बनाएं रखें[1]। हमारे शब्द और बोलने का तरीका हमारे रिश्तों को या तो मजबूत बना सकता है या तोड़ सकता है। जब हम प्यार और सम्मान के साथ बोलते हैं, तो हम अपने प्रियजनों के साथ एक सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण बनाते हैं।
अंहकार का त्याग करें: चाणक्य कहते हैं कि अंहकार विनाश का कारण है। इसकी वजह से रिश्ते तक खराब हो जाते हैं। चाणक्य के अनुसार, कभी भी व्यक्ति का अंहकार रिश्ते से बड़ा नहीं होना चाहिए[1]। अहंकार हमें अपने प्रियजनों की ज़रूरतों और भावनाओं से अंधा बना देता है, जिससे अंततः रिश्ते में दरार आ जाती है। विनम्रता और समझौता रिश्तों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक हैं।
मान-सम्मान जरूरी: चाणक्य कहते हैं कि हर रिश्ते में मान-सम्मान बेहद जरूरी होता है। इसलिए कभी भी गुस्से में किसी को ठेस पहुंचाने या नीचा दिखाने की कोशिश न करें। इसलिए रिश्ते की गरिमा बनाएं रखें[1]। सम्मान प्रेम का आधार है और इसके बिना कोई भी रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सकता। यह दूसरे व्यक्ति के अनुभवों, विचारों और भावनाओं को मान्यता देने के बारे में है, भले ही वे आपके से अलग हों।
रिश्तों के अनोखे तथ्य
प्रकृति में प्यार
प्रकृति में प्यार और साझेदारी के अद्भुत उदाहरण देखने को मिलते हैं। कई जीव-जंतु जिन्दगीभर एक ही साथी के साथ रहते हैं। हंस, गौरैया, कई प्रजातियों के गिद्ध और लंगूर एक ही साथी के साथ रहते हैं और एक-साथी के नियम का पालन करते हैं[2]। ये एकनिष्ठ जोड़े प्रकृति में प्रेम और समर्पण के प्रतीक हैं।
हंस, जिन्हें प्रेम का प्रतीक माना जाता है, अपने साथी के प्रति अद्भुत वफादारी दिखाते हैं। वे न केवल जीवन भर एक ही साथी के साथ रहते हैं, बल्कि अपने साथी की मृत्यु के बाद वे अक्सर शोक में डूब जाते हैं और कभी-कभी दूसरा साथी नहीं चुनते। गौरैया जैसे छोटे पक्षी भी अपने साथी के साथ गहरा बंधन बनाते हैं और साथ मिलकर अपने बच्चों की देखभाल करते हैं।
इन जानवरों से हम वफादारी, समर्पण और सहयोग के मूल्यवान सबक सीख सकते हैं। मानव संबंधों में भी, ये गुण महत्वपूर्ण हैं और लंबे समय तक चलने वाले, संतोषजनक रिश्तों की नींव बनाते हैं। जब हम प्रकृति में प्रेम के इन उदाहरणों को देखते हैं, तो हमें याद दिलाया जाता है कि वफादारी और समर्पण मानव निर्मित अवधारणाएं नहीं हैं, बल्कि प्राकृतिक दुनिया में गहराई से जड़ी हुई हैं।
शारीरिक संपर्क का महत्व
क्या आप जानते हैं कि एक साधारण से गले मिलने में भी चिकित्सीय शक्ति होती है? वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि गले लगना किसी दवा की तरह है। जब आप किसी अपने के गले लगते हैं तो आपकी छोटी-छोटी तकलीफ अपने आप ही दूर हो जाती है[2]। यह केवल एक भावनात्मक अनुभव नहीं है; इसके पीछे ठोस विज्ञान है।
जब हम किसी को गले लगाते हैं, तो हमारा शरीर ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन जारी करता है, जिसे "गले लगाने का हार्मोन" या "प्रेम हार्मोन" भी कहा जाता है। ऑक्सीटोसिन तनाव को कम करता है, रक्तचाप को कम करता है, और भावनात्मक बंधन को बढ़ावा देता है। नियमित शारीरिक स्पर्श, जैसे गले लगना, हाथ पकड़ना, या पीठ की मालिश, हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।
भारतीय संस्कृति में, स्पर्श का महत्व सदियों से मान्यता प्राप्त है। परिवार के सदस्यों का आशीर्वाद लेना, मित्रों का गले मिलना, या बड़ों के पैर छूना - ये सभी प्रथाएं न केवल सांस्कृतिक परंपराएं हैं, बल्कि गहरे संबंध और सम्मान बनाने के तरीके भी हैं। आयुर्वेद भी शारीरिक स्पर्श के चिकित्सीय प्रभावों को मान्यता देता है, जैसा कि विभिन्न प्रकार के मालिश उपचारों में देखा जा सकता है।
आँखों का संवाद
"आँखें दिल का आईना होती हैं" - यह पुरानी कहावत वास्तव में वैज्ञानिक सत्य है। जब आप अपने पार्टनर की आंखों में पांच मिनट तक लगातार देखते हैं तो उस दौरान आपका दिल भी उसी तालमेल में धड़कता है[2]। यह आश्चर्यजनक घटना "कार्डियक कपलिंग" कहलाती है, जहां दो लोगों के दिल एक साथ ताल से धड़कने लगते हैं।
आंखों का संपर्क हमारे संवाद का एक शक्तिशाली रूप है और गहरी भावनात्मक संबंध स्थापित करने में मदद करता है। जब हम किसी की आंखों में देखते हैं, तो हम उनके साथ एक मौन संबंध बनाते हैं जो शब्दों से परे है। यह संबंध विश्वास, समझ और भावनात्मक सुरक्षा की नींव रखता है।
भारतीय शास्त्रों में भी आँखों के माध्यम से होने वाले संवाद को विशेष महत्व दिया गया है। "दृष्टि" शब्द न केवल देखने की क्रिया का वर्णन करता है, बल्कि एक गहरी आध्यात्मिक संपर्क का भी, जहां दो आत्माएं एक-दूसरे को पहचानती हैं। हिंदू विवाह समारोह में, "दृष्टि मिलन" एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जहां वर-वधू पहली बार एक-दूसरे की आंखों में देखते हैं, जो उनके बीच एक आजीवन बंधन की शुरुआत का प्रतीक है।
आधुनिक समय में रिश्ते
डिजिटल युग में प्यार
डिजिटल प्रौद्योगिकी ने हमारे रिश्तों को बनाने और बनाए रखने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स, और वीडियो कॉलिंग ने दुनिया भर के लोगों को जोड़ने में मदद की है, जिससे दूरियां कम हुई हैं और नए रिश्ते बनाने के अवसर बढ़े हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि अगर आप अकेले हैं तो अपने प्रेमी की तस्वीर देखने से आपको अच्छा महसूस होगा। इसमें दर्द में आराम देने की ताकत है[2]। यह आश्चर्यजनक तथ्य दर्शाता है कि हमारे प्रियजनों के साथ हमारा भावनात्मक संबंध इतना शक्तिशाली है कि यहां तक कि उनकी एक तस्वीर भी हमारे मन और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
डिजिटल युग में, हम अपने प्रियजनों की तस्वीरों, वीडियो और संदेशों के साथ हमेशा जुड़े रह सकते हैं, जो लंबी दूरी के रिश्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। हालांकि, यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि डिजिटल संचार वास्तविक जीवन की बातचीत का पूर्ण विकल्प नहीं हो सकता। संतुलन बनाए रखना और व्यक्तिगत संपर्क के लिए समय निकालना भी महत्वपूर्ण है।
रिश्तों की चुनौतियाँ और समाधान
आधुनिक जीवन की भागदौड़ में, रिश्तों को बनाए रखना एक चुनौती हो सकता है। काम के दबाव, सोशल मीडिया की डिस्ट्रैक्शन, और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं अक्सर हमारे रिश्तों पर दबाव डालती हैं। लेकिन चुनौतियों के बावजूद, एक स्वस्थ और संतोषजनक रिश्ता बनाए रखना संभव है।
प्रभावी संचार स्वस्थ रिश्तों की कुंजी है। अपने विचारों और भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करना, सक्रिय रूप से सुनना, और बिना आलोचना के दूसरों के दृष्टिकोण को समझना महत्वपूर्ण है। चाणक्य के अनुसार, मधुर वाणी का उपयोग करना[1] और दूसरों का सम्मान करना[1] प्रभावी संचार के महत्वपूर्ण पहलू हैं।
संघर्ष अपरिहार्य हैं, लेकिन वे जरूरी नहीं कि नकारात्मक हों। स्वस्थ तरीके से संघर्षों को संभालना सीखना - अहंकार को दरकिनार करके[1], समझौता करके, और क्षमा करके - हमारे रिश्तों को मजबूत बना सकता है।
रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए सुझाव
चाणक्य के प्राचीन ज्ञान और आधुनिक मनोविज्ञान दोनों से प्रेरित होकर, यहां कुछ व्यावहारिक सुझाव दिए गए हैं जो आपके रिश्तों को मजबूत बना सकते हैं:
प्यार और विश्वास बनाए रखें: प्यार और विश्वास किसी भी स्वस्थ रिश्ते की नींव हैं[1]। अपने प्रियजनों को नियमित रूप से बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं और उन पर भरोसा करते हैं। छोटे-छोटे इशारों से बड़े फर्क पड़ सकते हैं - एक प्यार भरा नोट, एक अप्रत्याशित उपहार, या बस समय देना।
मधुर वाणी का प्रयोग करें: चाणक्य के अनुसार, मधुर वाणी लोगों को आपकी ओर आकर्षित करती है[1]। अपने शब्दों को ध्यान से चुनें और हमेशा सम्मान और प्यार से बात करें, भले ही आप असहमत हों या निराश हों।
अहंकार को एक तरफ रखें: अहंकार हमारे रिश्तों के लिए सबसे विनाशकारी शक्तियों में से एक है[1]। अपनी गलतियों को स्वीकार करने, माफी मांगने, और दूसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण को समझने की इच्छा रखें।
सम्मान बनाए रखें: प्रत्येक व्यक्ति के विचारों, भावनाओं और सीमाओं का सम्मान करें[1]। कभी भी अपने प्रियजनों को नीचा या अपमानित न करें, भले ही आप नाराज हों।
नियमित शारीरिक संपर्क बनाए रखें: गले लगाना, हाथ पकड़ना, या बस एक प्यार भरा स्पर्श आपके रिश्ते में भावनात्मक बंधन को मजबूत कर सकता है[2]। शारीरिक स्पर्श से हमारा शरीर ऑक्सीटोसिन जारी करता है, जो हमें अपने प्रियजनों के करीब महसूस कराता है।
आंखों से संवाद करें: अपने प्रियजनों की आंखों में देखने के लिए समय निकालें[2]। यह एक मजबूत भावनात्मक संबंध बनाता है और आपके रिश्ते में गहराई और अंतरंगता जोड़ता है।
समय निकालें: आधुनिक जीवन की व्यस्तता के बीच, अपने प्रियजनों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने के लिए सचेत प्रयास करें। मोबाइल फोन को एक तरफ रखें और वास्तव में एक-दूसरे के साथ जुड़ें।
एक साथ नई चीजें करें: नए अनुभवों को साझा करने से रिश्तों में रोमांच और उत्साह आता है। एक साथ नए शौक आजमाएं, नई जगहों की यात्रा करें, या नई कौशल सीखें।
निष्कर्ष
रिश्ते हमारे जीवन के सबसे मूल्यवान उपहारों में से एक हैं। वे हमें सुख, समर्थन और अर्थ प्रदान करते हैं। इस ब्लॉग में, हमने रिश्तों से जुड़े कई रोचक तथ्यों का पता लगाया है - प्यार के विज्ञान से लेकर चाणक्य के प्राचीन ज्ञान तक।
हमने सीखा कि कैसे प्यार हमारे मस्तिष्क और शरीर को प्रभावित करता है, कैसे चाणक्य के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं, और कैसे आधुनिक विज्ञान प्राचीन ज्ञान की पुष्टि करता है। हमने प्यार और विश्वास[1], मधुर वाणी[1], अहंकार का त्याग[1], और मान-सम्मान[1] के महत्व के बारे में बात की। हमने यह भी देखा कि कैसे गले मिलना[2], आंखों में देखना[2], और यहां तक कि प्रियजनों की तस्वीरें देखना[2] भी हमारे स्वास्थ्य और खुशी को बढ़ावा दे सकता है।
स्वस्थ, मजबूत रिश्ते रातोंरात नहीं बनते; वे प्रेम, समर्पण, धैर्य और निरंतर प्रयास की मांग करते हैं। लेकिन परिणाम इस प्रयास के लायक है - समृद्ध, सार्थक संबंध जो हमारे जीवन को समृद्ध बनाते हैं।
आप अपने रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए कौन से सुझाव आजमाएंगे? क्या आपके पास कोई अतिरिक्त युक्तियां हैं जो आपके रिश्तों में मदद करती हैं? हमें नीचे टिप्पणियों में बताएं!
Citations:
- [1] किसी भी रिश्ते को मजबूत व गहरा बनाती हैं ये 4 बातें, आप भी जान लीजिए https://www.livehindustan.com/astrology/story-these-4-things-make-any-relationship-strong-and-deep-you-should-also-know-4291062.html
- [2] आपको भी नहीं पता होंगी प्यार से जुड़ी ये 8 मजेदार बातें - Aaj Tak https://www.aajtak.in/lifestyle/relationship/story/8-amazing-and-interesting-facts-about-love--309835-2015-08-20
- [3] 15 Tips जो आपके ब्लॉग के SEO और Content को बढ़ावा दें https://bloggingseekhen.com/15-tips-to-boost-blog-seo-and-content-in-hindi/
- [4] Important Points For Hindi Blog Writing - हिंदी ब्लॉग राइटिंग कैसे करें? https://nayisochonline.com/hindi-blog-writing/
- [5] रिश्तों का अधूरापन-गृहलक्ष्मी की कहानियां - Grehlakshmi https://grehlakshmi.com/hindi-kahani/relation-story-in-hindi
- [6] प्यार के बारे में 10 मजेदार फैक्ट, जो आप नहीं जानते होंगे - News18 Hindi https://hindi.news18.com/news/lifestyle/ten-facts-about-love-you-may-not-know-mt-3541588.html
- [7] दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्ते में होती है ये 6 खास बातें, जीवन भर बना रहता ... https://www.thehealthsite.com/hindi/love-and-relationships/6-signs-of-a-healthy-relationship-in-hindi-968236/
- [8] Loveप्यारfacts,उम्र लंबी करो मगर 'प्यार' से! - Interesting facts about Love https://navbharattimes.indiatimes.com/lifestyle/relationship/interesting-facts-about-love/articleshow/24656097.cms
- [9] SEO Friendly Blog Post कैसे लिखते है? गूगल में टॉप रैंक करे - हिंदी ब्लॉगिंग https://hindiblogging.com/seo-friendly-blog-post-kaise-likhte-hai/
- [10] Psychology Facts About Love in Hindi : जानिए प्यार के बारे में 20+ ... https://leverageedu.com/blog/hi/psychology-facts-about-love-in-hindi/
- [11] प्यार के 20 साइकोलॉजिकल फैक्ट्स नहीं जानते होंगे आप, दिल नहीं दिमाग का ... https://hindi.boldsky.com/relationship/psychological-facts-about-love-psychological-facts-about-love-that-you-didn-t-know-029792.html
- [12] रोमांटिक रिलेशनशिप शुरू करने से पहले पूछें ये सवाल - BBC News हिंदी https://www.bbc.com/hindi/science-44993391
- [13] ब्लॉग कैसे लिखें इससे पैसे कैसे कमाएं-9 Powerful Techniques https://digitalazadi.com/blog-kaise-likhe-isse-paise-kaise-kamaye/
- [14] रिश्ता के विषय पर बेहतरीन कहानी | रेख़्ता - Rekhta https://www.rekhta.org/tags/relationship-shayari/stories?lang=hi
- [15] एक अच्छे रिश्ते में जरूर होती हैं ये 5 बातें, आप भी जान लें - Hindustan https://www.livehindustan.com/lifestyle/story-relationship-tips-every-couple-should-know-about-5-important-signs-of-a-good-relationship-7699744.html
- [16] 15 फैक्ट्स जिन्हें शादी से पहले सबको जानना चाहिए - Navbharat Times https://navbharattimes.indiatimes.com/photomazza/health-relationship/15-facts-everybody-should-know-before-marriage/photoshow/54234358.cms
- [17] Blog Seo kaise kare in 11 steps - ब्लॉग सफलता के टिप्स - Firstdigishala https://firstdigishala.com/blog-seo-kaise-kare-blog-safalta-ke-tips/
- [18] हिंदी ब्लॉग लेखन - Hindi Blog Writing [2025] https://hindi.blog/hindi-blog-writing/
- [19] कहानी- रिश्ता (Short Story- Rishta) https://www.merisaheli.com/short-story-rishta/
- [20] 10 बातें, जो होती हैं हर रिलेशनशिप में सबसे जरूरी - NDTV.in https://ndtv.in/health/what-are-the-10-most-important-things-in-a-relationship-relationship-tips-in-hindi-rishte-ko-kaise-b-hindi-2120240
- [21] 10 PSYCHOLOGICAL FACTS ABOUT LOVE[HINDI] - YouTube https://www.youtube.com/watch?v=2gTmC-z4fSA
- [22] मैं ब्लॉग का SEO कैसे करता हूँ? ए टू जेड मास्टरक्लास - यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=AguA5E2BfdY
- [23] हिंदी में ब्लॉग कैसे लिखें? हिंदी में ब्लॉग कैसे लिखें - यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=DzRXAaCl1MY
- [24] रिश्ते की पहचान | रिश्तों के एहसास | हिंदी कहानी | नैतिक कहानियाँ https://www.youtube.com/watch?v=9m_6XBPEeDo
- [25] प्यार से जुड़े रोचक तथ्य | Interesting Facts About Love | Hindi TV India https://www.youtube.com/watch?v=wgCyddd2JB8
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